आज की चिंताएँ। Today's thought. 9.7.2020
आज की चिंताएँ
जिस तरह दुनिया हमें अँधेरी लगती है, थोड़ी सी हमारी आँखों पर पड़ती है, और हमारा जीवन पिता और माँ के आशीर्वाद के बिना एक अंधेरे की तरह होता है। खुशी थोड़ी देर के लिए आती है और जल्दी चली जाती है। दुःख लंबे समय तक रहता है। अपने हाथों से आँसू पोंछने की कोशिश करें।
यदि हम अपने जीवन की शुरुआत शुद्ध निर्णय से करते हैं, तो हमारे शब्द शुद्ध होंगे, हमारे कर्म शुद्ध शब्दों से शुद्ध होंगे, हमारा स्वभाव भी शुद्ध कर्मों से शुद्ध होगा, हमारी आदतें भी शुद्ध कर्मों से ही शुद्ध होंगी, और हमारी आदतें शुद्ध होंगी। शुद्ध चरित्र हमें दुनिया में आदर्श बनाता है।
सेवा सभी के लिए है, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि आशा कहां है, क्योंकि सेवा का मूल्य भगवान ने दिया है, मनुष्य ने नहीं। वह दुनिया की सबसे खूबसूरत शख्सियत हैं जिन्हें गुस्सा आने के बाद भी एक छोटी सी मुस्कान माना जाता है।
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